
सफ़र ज़िंदगी का…
किसने कहा तुमसे के ज़िंदगी ‘आसान’ होगी ? ये तो कभी गर्म धूप कभी ठंडी – ठंडी छाँव होगी, इसमें बारिश की सुखद बूँदें होंगी और रेगिस्तान की तपती लू भी, कभी पूरे होते सपने होंगे, कभी दिल में दबी आरज़ू भी, कभी मुस्कान भरी सुबह होगी, कभी आंसुओं से भीगी रातें, कुछ दिल से जीएँ क़िस्से कहानियाँ, कई अनकही अधूरी बातें, जैसा भी आएगा … Continue reading सफ़र ज़िंदगी का…