घर ‘सुकून’ है !

आपके विचार में ऐसा कौनसा शब्द है जो घर कहते ही आपके मन में आता है? जो घर से जुड़ी भावना को बख़ूबी दर्शाता है?

चाहे छोटा हो या बड़ा, शहर में हो या गाँव में, एक कमरे का मकान हो या दस कमरों का आलीशान महल घर घर ही होता है, उतना ही अज़ीज़, उतना ही ख़ास, उतने ही चाव से बनाया और सजाया हुआ। घर बनाने की भावना वही है। मेरे विचार में घर का अर्थ सुकून है, आपकी अपनी एक ख़ास जगह, ख़ुद का छोटा सा आशिया, अपनी ख़ुद की बनाई एक छोटी सी दुनिया जहां आपके दिल को ‘सुकून’ मिलता है ।

आपके विचार में घर क्या है? ज़रूर बताइएगा 😊

– सोनाली बक्क्षी

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