ख़्याल

जो ख़ुशी दे तुम्हें वो ख़्याल अच्छा है,

बशर्ते दिल ना दुखे किसी का तो ख़्याल सच्चा है ।

ज़रूरी नहीं के आसमान को छूती लंबी इमारत ही हो,

जो सुकून दे दिल को तुम्हारे तो

दो कमरों का मकान अच्छा है ।

संरचना कि अहमियत फिर क्या ही है जनाब

जो प्यार भरा हो हर वो आशिया बढ़िया है ।

साथ अनगिनत वर्षों का होगा या पल में छूट जाएगा,

ना सुलझी है ये पहेली कभी ना कोई सुलझा पाएगा,

जितना जिया वो सच्चे मन से जिया हो

तो संग बिताया हर लम्हा एक यादगार क़िस्सा है,

कभी न भुलानेवाला जीवन का अनमोल हिस्सा है!

जो ख़ुशी दे दिल को तुम्हारे वो ख़्याल अच्छा है,

बशर्ते ख़ुद की ख़ुशी के लिए जो दिल ना दुखे किसी का तो ख़्याल सच्चा है !

– सोनाली बक्क्षी

२२/१०/२०२०

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